स्वास्थ्य मंत्री ने किया यूपी के मेडिकल व सहकारी संस्थानों का भ्रमण, महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा सुविधाओं की ली जानकारी

देहरादून: उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत इन दिनों उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के महा जनसम्पर्क अभियान में जुटे हुये हैं। इस दौरान जहां उन्होंने विभिन्न जनपदों में आयोजित जनसम्पर्क अभियान में प्रतिभाग कर मोदी सरकार के 9 वर्ष की उपलब्धियां गिनाई वहीं उन्होंने आज बस्ती जनपद में स्वास्थ्य एवं सहकारिता से संबंधित संस्थानों का दौरा भी किया।

इस दौरान उन्होंने महर्षि वशिष्ठ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में चिकित्सकीय सुविधाओं के साथ-साथ महाविद्यालय के संचालन संबंधी जानकारी हासिल की। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री राकेश सचान व सांसद हरीश द्विवेदी भी मौजूद रहे। इसके अलावा उन्होंने जिला सहकारी बैंक बस्ती का भ्रमण कर सहकारिता के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों एवं भविष्य की योजनाओं पर बैंक प्रबंधन से चर्चा की।

कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि उन्होंने महा जनसम्पर्क अभियान के दौरान आज उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में चिकित्सा व सहकारिता से संबंधित संस्थानों का भी भ्रमण किया। जिसके अंतर्गत उन्होंने महर्षि वशिष्ठ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय पहुंचकर वहां पर दी जा रही विभिन्न चिकित्सकीय सुविधाओं की जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन तंत्र, स्टॉफ तथा अध्ययनरत छात्र-छात्राओं से भी बातचीत की।

भ्रमण के दौरान डा. रावत ने वहां भर्ती मरीजों एवं उनके तीमारदारों से भी संस्थान द्वारा किये जा रहे उपचार एवं सुविधाओं को लेकर बातचीत की। मेडिकल कॉलेज भ्रमण के दौरान डा. रावत के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, सांसद हरीश द्विवेदी, जिला अध्यक्ष भाजपा महेश शुक्ला, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजा नंद राय सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इसके उपरांत डा. रावत ने जिला सहकारी बैंक बस्ती का दौर किया।

इस दौरान उन्होंने बैंक के जिला अध्यक्ष राजेन्द्र नाथ तिवारी व बैंक के अधिकारियों से मुलाकात कर बैंक के संचालन एवं सहकारिता से संबंधित क्रियाकलापों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान डा. रावत ने उन्हें उत्तराखंड में सहकारिता के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों एवं भविष्य की योजनाओं से भी अवगत कराया।

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स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स में जा रहे खिलाड़ियों व कोच ने सीएम धामी से की भेंट

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स में प्रतिभाग करने के लिए जा रहे खिलाड़ियों और कोच ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने सभी खिलाड़ियों एवं कोच को 17 जून से 25 जून 2023 तक बर्लिन, जर्मनी में होने वाले इन खेलों के लिए शुभकामनाएं दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

उत्तराखंड से स्पेशल ओलिंपिक भारत एरिया के दो फुटसेल खिलाड़ी और तीन कोच का चयन जर्मनी में होने वाले स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड समर गेम्स के लिए हुआ है। 12 जून को ये खिलाड़ी जर्मनी के लिए रवाना होंगे। जिनमें फुटसेल खिलाड़ी हिमांशु बिष्ट और हर्षित कुमार, वॉलीबाॅल कोच जगदीश चौहान, उपदेश उपाध्याय और फुटसेल कोच जितेंद्र कुमार का नाम है।

इस अवसर पर स्पेशल ओलिंपिक उत्तराखंड के निदेशक डी.बी.पी.एस रावत, जगदीश चौहान, अंकुर अग्रवाल, राजेश भट्ट एवं विजयलक्ष्मी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत में गुरुद्वारा श्री रीठा साहिब में जोड़ मेले का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चम्पावत में सिखों के प्रमुख तीर्थ स्थल गुरुद्वारा श्री रीठा साहिब में जोड़ मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्री रीठा साहिब गुरुद्वारा दरबार मे मत्था टेक कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे आज मुख्य सेवक के रूप में रीठा साहिब जैसे पवित्र स्थल पर अरदास करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने कहा कि श्री रीठा साहिब में गुरुनानक देव जी ने सत्संग कर दुनिया को प्रेम, सेवा व समर्पण का संदेश दिया था। उन्होंने ने कहा कि इस प्रकार के मेले हमारी लोक संस्कृति और लोक परंपराओं को बढ़ावा देने का काम करते हैं। पहले जब संचार और परिवहन की सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं तब इन मेलों और त्यौहारों के द्वारा ही मित्रों और सगे-संबंधियों से मुलाकात संभव हो पाती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालय में स्थित गुरुओं के पावन द्वार हेमकुंट साहिब की यात्रा का संकल्प लेकर भी अनेक स्थानों से हर साल बड़ी संख्या में संगत हेमकुंट साहिब की यात्रा पर उत्तराखण्ड आती है।

उन्होंने कहा कि पहले हेमकुंट साहिब की यह यात्रा कठिन लगती थी पर अब पहाड़ों पर सड़कों के विस्तार हो जाने से सुविधाजनक हो गयी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में हेमकुंट साहिब तक रोपवे का निर्माण किया जा रहा है।

इस अवसर पर कार सेवा प्रमुख बाबा बचन सिंह, बाबा सुरेन्द्र सिंह, बाबा तरसेम सिंह जी, गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह, बाबा जसविंदर सिंह, विधायक लोहाघाट खुशाल सिंह अधिकारी, जिलाध्यक्ष भाजपा निर्मल महरा, देश विदेश से आए श्रद्धालु, विभिन्न जनप्रतिनिधि सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

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ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारियों को लेकर सीएम धामी ने ली बैठक, अधिकारियों को दिए महत्त्वपूर्ण निर्देश

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारियों के सबंध में सचिवालय में बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि इन्वेस्टर्स समिट की सभी तैयारियां समय पर पूर्ण की जाएं। उत्तराखण्ड में नवम्बर/दिसम्बर 2023 में होने वाले इस इन्वेस्टर्स समिट के शुभारंभ के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अनुरोध किया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में कार्य करने की अनेक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में निवेश की संभावनाओं को बढ़ाने का यह हमारे पास अच्छा अवसर है। राज्य में उद्योगों की स्थापना के लिए अच्छे वातावरण के साथ ही बेहतर मानव संसाधन भी है। राज्य में अधिक से अधिक निवेशक आयें, इसके लिए मजबूत नई औद्योगिक नीति बनाई गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में हवाई, रेल एवं सड़क कनेक्टिविटी का जिस तेजी से विस्तार हो रहा है, यह औद्योगिक जगत के लोगों को देवभूमि उत्तराखण्ड आने के लिए आकर्षित कर रहा है।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत 02 रोड शो अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर एवं 06 रोड शो राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तावित हैं। इसके अलावा मसूरी एवं रामनगर में मिनी कॉन्क्लेव का आयोजन भी प्रस्तावित है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत राज्य में पर्यटन, उद्योग, आईटी, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा एवं अन्य विभिन्न क्षेत्रों में राज्य में निवेश के लिए रोड शो एवं अन्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, विनय शंकर पाण्डे, एमडी सिडकुल रोहित मीणा एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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उत्तराखंड में यहां बस हुई दुर्घटनाग्रस्त, 41 लोग थे सवार, बस कंडक्टर व बच्ची की मौत

हरिद्वार: उत्तराखंड में आज सुबह एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना के समय बस में कुल 41 लोग सवार थे। इनमे से चार लोग गंभीर घायल हैं, जिन्हें एम्स अस्पताल ऋषिकेश रेफर किया गया है। वहीं बस कंडक्टर व एक 10 महीने की बच्ची की मौत हो गई है।

एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार, आज 31 मई 2023 को सिटी कंट्रोल रूम, हरिद्वार से सूचना दी गयी कि चंडी चौक से लगभग 200 मीटर आगे नजीबाबाद की ओर एक रोडवेज बस अनियंत्रित होने से मुख्य मार्ग से पलटकर लगभग 20 मीटर नीचे दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है। उक्त सूचना पर पोस्ट ढालवाला से ASI महावीर सिंह के नेतृत्व में SDRF टीम तत्काल मौके के लिए रवाना हुई।

उक्त बस (UK07 PA 2570) उत्तराखंड रोड़वेज की थी जिसमे लगभग 41 यात्री सवार थे जोकि रूपड़िया से हरिद्वार की ओर आ रही थी। सभी सामान्य घायल यात्रियो को स्थानीय पुलिस तथा SDRF द्वारा बाहर निकाल दिया गया, जबकि बस का परिचालक (बस कन्डक्टर) बस के नीचे ही दबा हुआ था।

SDRF टीम द्वारा फायर सर्विस व स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर कड़ी मशक्कत करते हुए कटिंग उपकरणों की सहायता से बस को काटकर उक्त दबे हुए व्यक्ति को बाहर निकाला व एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया। किसी अन्य घायल अथवा आवश्यक सामान होने के दृष्टिगत SDRF टीम ने घटनास्थल के आसपास के स्थानों पर गहन सर्चिंग की।

रेस्क्यू टीम में ये रहे शामिल:

1. ASI महावीर सिंह
2. HC अर्जुन सिंह
3. HC ओमप्रकाश
4. CT प्रकाश मेहता
5. CT रविन्द्र सिंह
6. CT पंकज सिंह
7. CT अजय सिंह
8. CT शिवम
9. CT मनमोहन सिंह
10. CT अजय बोरा
11. पेरामेडिक्स अमित सैनी

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चमोली: ओआरओपी/एमएसपी विसंगतियों के खिलाफ पूर्व सैनिकों का प्रदर्शन, समान MSP व उचित OROP की मांग

चमोली: पूर्व सैनिकों ने रानीगढ़ गौरव सैनिक समिति, गौचर चमोली के बैनर तले आज ओआरओपी/एमएसपी विसंगतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। साथ ही समिति के अध्यक्ष बीरपाल सिंह नेगी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस मिशन को सफल बनाने का आह्वान किया गया।

इस दौरान समिति के अध्यक्ष बीरपाल सिंह नेगी ने कहा कि, ओआरओपी/एमएसपी में मौजूदा असमानता अनुचित और अन्यायपूर्ण है। बीरपाल ने कहा कि, भारत सरकार को जवानों के नैतिक मूल्यों का ख्याल रखना चाहिए, जो एक सैन्य संगठन की रीढ़ हैं। इसलिए, जवानों की शिकायत के निवारण के लिए भेदभाव को समाप्त कर एक तर्कसंगत निर्णय लिया जाना चाहिए। उन्होंने सरकार से अपनी मांगों पर शीघ्र विचार करने को कहा।

इस दौरान रानीगढ़ गौरव सैनिक समिति, गौचर चमोली के सचिव मातबर कनवासी, कोषाध्यक्ष कुशाल सिंह नेगी, उपाध्यक्ष दर्शन सिंह, महामंत्री हरेंद्र सिंह कनवासी, सुरेन्द्र सिंह मल, नरेंद्र बिष्ट, कैप्टन प्रेमपाल, सुबेदार कुशाल, कमालानद, रणबीर सिंह, मातबर कनवासी, उमराव, कैप्टन कमलानंद डिमरी, नरेंद्र सिंह राणा, ब्रज मोहन, बीरेंद्र सिंह, दिलबर, बलबीर सिंह समेत अन्य गौरव सैनिक, बुजुर्ग महिला शिबी देवी आदि मौजूद रहे।

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सीएम धामी ने राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर विकास और कार्यान्वयन ट्रस्ट की शीर्ष मॉनिटरिंग अथॉरिटी की बैठक में किया वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर विकास और कार्यान्वयन ट्रस्ट की शीर्ष मॉनिटरिंग अथॉरिटी की दूसरी बैठक में सचिवालय से वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। उन्होंने उत्तराखण्ड के किच्छा तहसील के अन्तर्गत लगभग 1000 एकड़ पर विकसित किये जाने वाले अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कोरिडोर प्रोजेक्ट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना में लगभग 7500 करोड का प्रत्यक्ष निवेश व युवाओं के लिए लगभग 20000 रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस परियोजना के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (एस.पी.वी) का गठन, पर्यावरणीय अनुमति, शेयर होल्डर एग्रीमेंट व स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट, ग्राउण्ड वाटर अनुमति एवं सीडा द्वारा मानचित्र के अनुमोदन की कार्यवाही की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इन सभी कार्यों के सम्पन्न होने के बाद यह परियोजना प्रारम्भ करने के स्थिति में हैं। राज्य सरकार ने एस.पी.वी. को भूमि लीज पर दिये जाने हेतु सिडकुल को उपलब्ध करा दी है। इसी तरह अवस्थापना विकास कार्यों हेतु इंटरनल डेवलपमेंट के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। बाह्य अवस्थापना कार्यों जैसे विद्युत आपूर्ति एवं बाढ़ सुरक्षा कार्यों हेतु यूपीसीएल एवं सिंचाई विभाग से डीपीआर बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार से एस.पी.वी में अपना अंश जो कि लगभग 410 करोड़ है, का योगदान मिलने से समस्त अवस्थापना के कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किये जायेंगे। उन्होंने एस.पी.वी में अपना अंश जल्द देने का केन्द्र सरकार से अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत औद्योगिक प्रोत्साहन योजना को और विस्तार देने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक परिस्थितियां लगभग उत्तर पूर्वी राज्यों की भांति है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस प्रोजेक्ट को आर्थिक केन्द्र बनाते हुए लगभग 3000 एकड़ पर ग्रीन फील्ड सिटी बनाने की परियोजना पर भी कार्य कर रही है। इस क्षेत्र में एम्स का सेटेलाईट सेंटर, किच्छा डिग्री कॉलेज एवं बस अड्डा का कार्य प्रारम्भ हो चुका है एवं रोड चौड़ीकरण के प्रथम चरण का कार्य सम्पन्न किया जा चुका है। इस क्षेत्र से लगभग 15 मिनट की दूरी पर पन्तनगर एयरपोर्ट है, इसको इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए योजना अन्तिम चरण में है। इस तरह राज्य सरकार एक योजनाबद्ध तरीके से इस क्षेत्र के लिए सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है।

बैठक में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी, सचिव डीपीआईआईटी राजेश कुमार, विशेष सचिव सुमीता डाबरा उपस्थित थे।

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सीएम धामी ने पीएम मोदी की अध्यक्षता में आयोजित गवर्निंग काउंसिल की बैठक में किया प्रतिभाग, उत्तराखंड के इन विषयों को रखा सामने..

नई दिल्ली/देहरादून: सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 8वीं बैठक में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के विकास में मार्गदर्शन और सहयोग के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए राज्य से संबधित विभिन्न विषयों को रखा।

ग्रीन बोनस

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लगभग 70 प्रतिशत क्षेत्र में वनों, बुग्यालों, ग्लेशियरों का संरक्षण करके हम सम्पूर्ण राष्ट्र को महत्वपूर्ण पर्यावरणीय सेवायें उपलब्ध करा रहे हैं। आईआईएफएम, भोपाल के एक अध्ययन के अनुसार उत्तराखण्ड के वनों से प्राप्त होने वाली इन सेवाओं का न्यूनतम मौद्रिक मूल्य 95,000 करोड़ रूपये प्रतिवर्ष है। भविष्य में राज्यों के मध्य संसाधनों के आवंटन में इन वन एवं पारिस्थितिकी सेवाओं के मानक को बढ़ाने का उन्होंने अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक यह प्रणाली अस्तित्व में नही आती तब तक उत्तराखण्ड राज्य को ग्रीन बोनस प्रदान किया जाये।

भ्रमणशील जनसंख्या

मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्यतः विभिन्न केन्द्र पोषित योजनाओं में स्थिर जनसंख्या के मानक का उपयोग किया जाता है। महत्वपूर्ण तीर्थ स्थानों विशेष तौर पर चार धाम तथा कांवड़ यात्रा मे उत्तराखण्ड में बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों का वर्ष भर आवागमन होता है, जो राज्य की जनसंख्या का पांच से छह गुना है। तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों को समस्त आधारभूत सुविधायें जैसे- पार्किंग, यातायात, पेयजल, स्वच्छता, आवास, परिवहन, जन सुरक्षा इत्यादि राज्य के सीमित संसाधनों से ही करनी होती है। उन्होंने वित्तीय संसाधनों के आवंटन एवं नीति निर्माण में इस महत्वपूर्ण तथ्य को सम्मिलित किये जाने का अनुरोध किया।

बाह्य सहायतित परियोजनायें

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की लगभग 19,000 करोड़ रूपये की 11 वाह्य सहायतित परियोजनायें पाइप लाइन में हैं। इन परियोजना प्रस्तावों पर नीति आयोग,डी.ई.ए, सम्बन्धित केन्द्रीय मंत्रालयों से संस्तुति तथा फण्डिंग ऐजेन्सियों से सैद्धान्तिक सहमति प्राप्त हो चुकी है। राज्य के वित्तीय संसाधन बहुत सीमित हैं जिस कारण ई.ए.पी तथा सी.एस.एस पर ही हमारी निर्भरता है। वित्त मंत्रालय के आदेश के अनुसार उत्तराखण्ड एवं हिमाचल प्रदेश हेतु इसमें ceiling लगायी गयी है। इन परियोजनाओं पर कटौती किये जाने से राज्य में अवस्थापना सुविधाओं के सृजन तथा आजीविका के अवसर बाधित हो जायेंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री जी से इसका समुचित समाधान करवाने का अनुरोध किया।

ऊर्जा

मुख्यमंत्री ने राज्य में 25 मेगावाट से कम लघु एवं सूक्ष्म जल विद्युत परियोजनाओं की ही उत्पादन क्षमता लगभग 3500 मेगावाट है। इसमें से मात्र 200 मेगावाट का ही दोहन हो रहा है। उन्होंने अनुरोध किया कि 25 मेगावाट से कम क्षमता की परियोजनाओं के अनुमोदन तथा क्रियान्वयन का अधिकार राज्य सरकार को प्रदान किया जाए। इस निर्णय से लगभग 3000 मेगावाट तक विद्युत क्षमता का उपयोग शीघ्र करके विकसित भारत@2047 के विजन के अन्तर्गत स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन करते हुए नेट जीरो के लक्ष्यों को हासिल करने में भी सहयोग दे पायेंगे।

नदी जोड़ो परियोजना

मुख्यमंत्री ने कहा कि महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो योजना के अन्तर्गत राज्य सरकार द्वारा कुछ हिमनद नदियों को वर्षा आधारित नदियों से जोड़ने पर विचार किया जा रहा है। ऐसी अति महत्वपूर्ण ‘‘नदी-जोड़ो परियोजना’’ के क्रियान्वयन हेतु अत्यधिक धनराशि की आवश्यकता है, इसके लिये मुख्यमंत्री ने भारत सरकार से विशेष वित्तीय सहायता एवं तकनीकी सहयोग का अनुरोध किया।

केन्द्र पोषित योजनाओं में लचीलापन

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र पोषित अधिकांश योजनाएं वन साइज फिट ऑल के अधार पर बनती हैं। जो राज्यों की अपनी विशिष्ट परिस्थितियां एवं आवश्यकताओं के अनुरूप नहीं होती है, परन्तु राष्ट्रीय कृषि विकास योजना जैसी योजनायें भी हैं जिसकी गाइडलाईन में पर्याप्त लचीलापन है। इसके कारण राज्य की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार कार्य करने की स्वायत्ता रहती है। स्वायत्ता की यही प्रक्रिया अन्य केन्द्र पोषित योजनाओं के लिये भी अपनायी जानी चाहिये ताकि उत्तराखण्ड जैसे पर्वतीय राज्य केन्द्र पोषित योजनाओं का अधिकतम लाभ प्राप्त कर सकें।

औद्योगिक प्रोत्साहन नीति

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लागू औद्योगिक प्रोत्साहन नीति वर्ष 2017 के अन्तर्गत प्राप्त प्रोत्साहन वर्ष 2022 में समाप्त हो चुके हैं, जबकि जम्मू कश्मीर तथा पूर्वोत्तर राज्यों हेतु इसी प्रकार की अन्य औद्योगिक नीति वर्तमान में भी चल रही है। पर्वतीय राज्य होने के कारण हमारी समस्यायें भी उन्हीं राज्यों की तरह ही हैं। उन्होंने औद्योगिक प्रोत्साहन नीति को उत्तराखण्ड राज्य में भी आगामी 05 वर्षो के लिये विस्तारित करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की कड़ी में उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य- सशक्त उत्तराखण्ड@25 की अवधारणा के आधार पर तेज गति से कार्य प्रारम्भ कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नीति आयोग, भारत सरकार की तर्ज पर राज्य में स्टेट इंस्टीट्यूट फॉर इंपावरिंग एंड ट्रांसफॉर्मिंग उत्तराखण्ड (सेतु) का गठन किया है। गुजरात के जी.आई.डी.बी की तर्ज पर अवस्थापना सुविधाओं के सृजन हेतु उत्तराखण्ड निवेश और अवस्थापना विकास बोर्ड का गठन किया गया है ताकि घरेलू एवं अन्तर्राष्ट्रीय निवेशकों को राज्य में आकर्षित किया जा सके। जल संरक्षण को बढ़ावा देने, बाढ़ नियन्त्रण में सहायक और सभी विकास कार्यो में इकोनॉमी तथा इकोलॉजी का सन्तुलन सुनिश्चित करने के लिये ‘स्प्रिंग एंड रिवर रिजूवनेशन अथॉरिटी बनायी जा रही है। इससे स्थानीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा जल आधारित रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। नगरीय मल्टी मॉडल परिवहन सुविधा के लिये यूनिफाइड मेट्रोपॉलिटयन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (यू.एम.टी.ए) का गठन किया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पी0एम0 गतिशक्ति में गुजरात के बाद उत्तराखण्ड दूसरा राज्य है, जिसके द्वारा अधिकतम कार्य पूर्ण किया गया है। प्रधानमंत्री जी के मार्ग दर्शन में बद्री-केदार धाम के पुननिर्माण का संकल्प शीघ्र साकार होने जा रहा है। इसके लिये राज्य की ओर से मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुमांऊ क्षेत्र में स्कन्द पुराण में उल्लिखित प्रमुख पौराणिक मंदिर तथा गुरूद्वारा को एक सर्किट के रूप में जोड़ने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन प्रारम्भ की गयी है। इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर लगभग 50,000 परिवारों को प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से रोजगार मिलने का अनुमान है। प्रथम चरण में 16 मंदिरों का अवस्थापना विकास किया जा रहा है। पहली बार जागेश्वर मंदिर पर आधारित गणतंत्र दिवस की झांकी को पहला स्थान मिला।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में ‘‘मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस’’ की अवधारणा के अन्तर्गत आई.टी का अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है। अपणि सरकार पोर्टल पर लगभग 70 प्रतिशत सेवायें ऑनलाईन उपलब्ध है। ‘अपणों स्कूल अपणों प्रमाण’ के अन्तर्गत विद्यालय में ही छात्र-छात्राओं को सभी प्रमाण पत्र निर्गत किये जा रहे हैं। रोजगार के सृजन की दृष्टि से 18000 पॉली हाउस एक साथ स्वीकृत किये गये जबकि विगत वर्षों में लगभग 500 पॉली हाउस प्रतिवर्ष स्वीकृत होते थे। आगामी दो वर्षो में प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से लगभग एक लाख से अधिक रोजगार का सृजन होगा। पर्यटन नीति 2023 के अन्तर्गत लगभग 40 हजार करोड़ रूपये का निवेश सम्भावित है, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार सृजन होगा। विदेशों में रोजगार के आकर्षक अवसर उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना लायी गयी है। पर्यटक स्थलों पर सुगमतापूर्वक आवागमन के लिये 58 हैलीपोर्ट तथा हैलीपैड निर्मित किये गये हैं एवं 29 हैलीपोर्ट तथा हैलीपैड निर्माणाधीन है। स्थानीय स्तर पर विभिन्न प्रकार के ड्रोन के निर्माण तथा दूरस्थ क्षेत्रों में आवश्यकीय सेवाओं, विकास कार्यो की निगरानी के लिये ‘ड्रोन यूसेज एंड प्रमोशन पॉलिसी’लायी जा रही है। सात जनपदों के 250 कृषकों को वर्तमान में ड्रोन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राज्य में महिलाओं को अधिक सशक्त बनाने के लिये 2025 तक 1.25 लाख लखपति दीदी का लक्ष्य रखा गया है एवं 33,158 परिवारों को लखपति दीदी के रूप में तैयार किया गया है।

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उत्तराखंड में यहां वाहन खाई में गिरने से दर्दनाक हादसा, पति-पत्नी की मौके पर ही मौत

टिहरी: जनपद टिहरी में गज़ा-खाड़ी मोटरमार्ग पर एक वाहन खाई में गिरने से दर्दनाक हादसा हो गया है। इस हादसे में पति पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई।

एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार, आज शनिवार को जिला नियंत्रण कक्ष, टिहरी से सूचना मिली कि, तहसील गज़ा क्षेत्रान्तर्गत गज़ा से खाड़ी की ओर जाते समय लगभग 02 किमी आगे गोतर्स के पास एक वैगन आर कार अनियंत्रित होकर लगभग 500 मीटर नीचे गहरी खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गयी हैं।

उक्त सूचना पर पोस्ट ढालवाला से SDRF टीम मय रेस्क्यू उपकरणों के घटनास्थल पर पहुँची।

उक्त कार (HR29AE 9491) में 02 लोग (एक महिला व एक पुरुष) सवार थे, जिनकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी थी।

स्थानीय पुलिस व लोगों द्वारा घटनास्थल से दोनों के शवों को मुख्य मार्ग तक पहुँचाकर एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवा दिया गया था।

SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुँचकर अन्य किसी घायल व आवश्यक सामान के होने की संभावना के दृष्टिगत घटनास्थल के आसपास के स्थानों पर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया गया।

मृतकों के विवरण:-

1. प्रीतम सिंह उर्फ पृथा पुत्र मोर सिंह, उम्र 52 वर्ष, निवासी-भलियालपानी, गजा, टिहरी गढ़वाल।
2. भरोसी देवी पत्नी प्रीतम सिंह, उम्र 40 वर्ष, पता उपरोक्त।

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पीएम मोदी के नेतृत्व में धर्म एवं संस्कृति का हो रहा है लगातार उत्थान: सीएम धामी

हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कनखल, हरिद्वार में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित केन्द्रीय मार्ग दर्शक मण्डल की बैठक में प्रतिभाग किया तथा आज के सत्र का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में धर्म एवं संस्कृति का लगातार उत्थाान हो रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम का भव्य मन्दिर बनाने का कई वर्षों का सपना अब साकार होने जा रहा है। वहां श्रीराम का भव्य व दिव्य मन्दिर तैयार हो रहा है। उज्जैन में महाकालेश्वर ने दिव्य व भव्य स्वरूप प्राप्त कर लिया है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद वहां का पूरा स्वरूप ही परिवर्तित हो गया है। वहां पर अब पांच लाख से अधिक श्रद्धालु गंगा से पवित्र जल लेकर वहां आसानी से जलाभिषेक कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा की चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आने वाले समय में रोपवे बन जाने से केदारनाथ तथा हेमकुण्ड धाम की यात्रा और भी आसान होने वाली है। चारधाम यात्रा की भांति कुमाऊं में मानासखंड मन्दिर माला मिशन के तहत कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता के लिए बनाई गई समिति ने 90 प्रतिशत से अधिक का कार्य पूरा कर लिया है, जो आगामी 30 जून तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर देगी। उन्होंने कहा कि राज्य में जबरन धर्मान्तरण की रोकथाम के लिये सख्त कानून बनाया गया है।

बैठक में परम पूज्य महामण्डलेश्वर युग पुरूष स्वामी परमानन्द गिरिजी महाराज, परम पूज्य शंकराचार्य वासुदेवानन्द सरस्वती जी, राम राजेश्वरा जी महाराज, महामण्डलेश्वर विश्वेश्वरानन्द जी महाराज, महामण्डलेश्वर यतीन्द्रानन्द गिरि जी, स्वामी विवेकानन्द जी महाराज, सचिव महानिर्वाणी अखाड़ा रवीन्द्र पुरी, स्वामी गिरधर गिरि जी महाराज आदि ने अपने-अपने विचार रखे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के कोने-कोने से आये हुये धर्माचार्यों, सन्त-महात्माओं का एक-एक करके माल्यार्पण करते हुये उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस अवसर पर दिनेश जी, राजेन्द्र पंकज, अशोक तिवारी, चम्पत राय, मिलिन्द पराडे, नितिन गौतम, पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, पूर्व मेयर मनोज गर्ग, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व)  बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पी0एल0 शाह, सिटी मजिस्ट्रेट नूपुर वर्मा, एमएनए दयानन्द सरस्वती, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एस0पी0 सिटी  स्वतंत्र कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में सन्त-महात्मा, कार्यकर्ता सहित श्रद्धालुगण उपस्थित थे।

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